Monday 30 January 2017

यूपी चुनाव: मुलायम के रुख से बढ़ेंगी सपा-कांग्रेस गठबंधन की मुश्किलें

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजावादी पार्टी और कांग्रेस के बीच हुई गठबंधन से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव नाराज हैं। यूपी के पूर्व सीएम मुलायम ने साफ कर दिया है कि वो सपा-कांग्रेस गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। कांग्रेस के साथ गठबंधन से नाखुश मुलायम सिंह यादव का कड़ा रुख समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। पहले अम्बिका चौधरी व अब नारद राय जैसे अपने करीबियों के पार्टी छोड़ देने से मुलायम खासे आहत हैं।
मुलायम के करीबी नारद राय बसपा में शामिल- मुलायम रविवार सुबह लखनऊ में थे। दोपहर जब राहुल व अखिलेश यहां संयुक्त प्रेस वार्ता कर गठबंधन की चुनाव में कामयाबी की बात कर रहे थे, उस वक्त अकेले मुलायम सिंह चुपचाप दिल्ली चले गए। शाम को खबर आयी कि मुलायम के करीबी नारद राय बसपा में चले गए। अम्बिका चौधरी की तरह सपा ने उनका टिकट भी काट दिया था। अब मुलायम ने कांग्रेस का विरोध कर साफ तौर पर अपने इरादों को जता दिया। जाहिर है कि मुलायम अब गठबंधन के लिए प्रचार करने नहीं जाएंगे और सपा काडर में मुलायम के रुख को लेकर दुविधा की स्थिति होगी।अखिलेश यादव के सपा मुखिया बनने के बाद मुलायम ने खुद को किनारे कर लिया। इसीलिए वह सपा के घोषणा पत्र जारी होने के वक्त नहीं पहुंचे और बाद में सपा दफ्तर आए। मुलायम की नाराजगी की एक वजह यह भी है कि उनके खास गायत्री प्रजापति व मनोज पांडेय (दोनों मंत्री) के टिकट काटने को लेकर कांग्रेस सपा पर दबाब बनाए हुए हैं क्योंकि मनोज रायबरेली की ऊंचाहार सीट से तो गायत्री अमेठी से प्रत्याशी हैं।
गठबंधन से सपा नेताओं को होगा नुकसान- मुलायम सिंह यादव ने कहा कि इस गठबंधन से हमारी पार्टी के नेताओं को नुकसान होगा। हमारे जो नेता क्षेत्र में काम कर रहे थे, उनके टिकट कट गए तो अब वह क्या करेंगे? उन्होंने तो अगले पांच साल के लिए मौका गंवा दिया। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी यूपी में अकेले चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम है। इसलिए पार्टी को किसी के साथ गठबंधन की कोई जरूरत नहीं थी। मैंने पहले भी प्रदेश में अकेले दम पर चुनाव लड़ा और बहुमत के साथ सरकार बनाई है।कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की साझा प्रेस कांफ्रेंस के बाद संयुक्त रोड शो निकालने से भी मुलायम सिंह नाखुश दिखे। उन्होंने कहा कि मैं इस गठबंधन के पूरी तरह खिलाफ हूं। समाजवादी पार्टी ने हमेशा कांग्रेस का विरोध किया है, क्योंकि कांग्रेस ने अपने 70 साल के शासन में देश को पीछे ले जाने का ही काम किया है। लिहाजा वे इस गठबंधन के समर्थन में कहीं भी प्रचार करने नहीं जाएंगे।

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